देशविदेश

‘हर दिन मौत का खतरा-18 लोकेशन’, 18 महीने बाद अल-कायदा के चंगुल से निकले UN के 5 सदस्य

अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन अल-क़ायदा दुनियाभर में अपनी आतंकी साजिशों के लिए सबके निशाने पर है. इसके कई सहयोगी ग्रुप भी हैं, जो इसके उद्देश्यों को बढ़ावा देते हैं. तकरीबन 18 महीने पहले अल-कायदा के एक सहयोगी दल ने संयुक्त राष्ट्र के पांच कर्मचारी को यमन में अपहरण कर लिया था.शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों ने बताया कि उन सभी कर्मचारियों को मुक्त कर दिया गया है.यमन में संयुक्त राष्ट्र के मानवतावादी समन्वयक डेविड ग्रेसली ने बताया कि जिन पांच लोगों का अपहरण किया गया था उनमें से चार यमन थे और एक बांग्लादेश का. उन्होंने आगे कहा कि सभी सुरक्षित और स्वस्थ हैं, लेकिन वे इन 18 महीनों में बहुत कठिन दौर से गुजरे हैं. वहीं, संयुक्त राष्ट्र के उप प्रवक्ता फरहान हक ने बताया कि लंबी बातचीत के बाद सभी को रिहा किया गया है. इस बातचीत में ओमान के कई अधिकारी भी शामिल थे.

अल-कायदा के इस सहयोगी संगठन कई सालों से एक्टिवग्रेसली ने बताया, ‘मैं इस बात की पुष्टि कर सकता हूं कि बंधक बनाने वाले अरब प्रायद्वीप में अल-कायदा थे’. अल-कायदा के इस सहयोगी संगठन को AQAP के रूप में जाना जाता है. यह समूह दक्षिणी यमन में बीते कई वर्षों से सक्रिय है, और अल-कायदा की सबसे खतरनाक नेटवर्क्स में से एक माना जाता है. अल-कायदा को खतरा बताते हुए ग्रेसली ने कहा कि यह पूरे यमन पर खतरा बना हुआ है, और दिन-प्रतिदिन इसका खतरा बढ़ती ही जा रहा है.क्या है पूरा मामला ?दरअसल, फरवरी 2022 में अल-कायदा आतंकवादियों ने यमन के अबयान प्रांत में संयुक्त राष्ट्र के पांच कर्मचारियों का अपहरण कर लिया था. जिन्हें बीते शुक्रवार को, यानी अपहरण के तकरीबन 18 महीने बाद रिहा किया गया है. इस मामले पर संयुक्त राष्ट्र ने एक आधिकारिक बयान भी दिया है.जारी किए गए बयान में सभी पांच लोगों के बारे में भी बताया गया है, जिनका अपहरण किया गया था. अपहरण किए गए लोगों में अकम सुफीउल अनम, माज़ेन बावज़ीर, बकील अल-महदी, मोहम्मद अल-मुलैकी और खालिद मोख्तार शेख शामिल हैं. ये सभी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा एवं संरक्षा विभाग में काम करते हैं.

Related Articles

Back to top button